इटावा। शहर में नगर पालिका चौराहा पर बीते सोमवार को भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुए पथराव प्रकरण ने पूरे जिले का माहौल गरमा दिया है। घटना के बाद से दोनों दलों में तनातनी बढ़ गई है। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशुतोष दीक्षित समेत 9 पदाधिकारियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया। मामला उस समय भड़का जब भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विधायक सरिता भदौरिया, जिलाध्यक्ष अन्नू गुप्ता के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय की ओर नारेबाजी की। जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई। आरोप है कि कांग्रेस की ओर से पथराव शुरू हुआ। जिसमें भाजपा विधायक सरिता भदौरिया पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई। पुलिस ने महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए 8 नामजद और 20 अज्ञात कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही,9 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर शांति भंग की कार्रवाई करते हुए उन्हें कचहरी में पेश किया गया। इस घटना के बाद शहर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। दोनों दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा नेताओं ने जानबूझकर उनके दफ्तर पर हमला किया। गेट तोड़ने की कोशिश की,जबकि भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने सुनियोजित तरीके से उनके प्रदर्शन पर हमला कराया।

कचहरी पहुंचने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशुतोष दीक्षित ने भाजपा पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा,भाजपा के लोग हमारे कार्यालय का गेट तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। पार्टी के बड़े नेताओं के दबाव में हम पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। भाजपा के एक नेता ने सुरक्षा लेने के लिए इस तरह के मुकदमे दर्ज करवाए। पुलिस पर दबाव है,इसलिए पुलिस ने इतनी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। संवेदनशील इलाकों में फोर्स की तैनाती की गई है। अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
