इटावा। के.के. पी.जी. कॉलेज, इटावा में 07 और 08 को “Environmental Stress Scenario, its Impact and Mitigation Strategies for Agriculture, Biodiversity and Rural Livelihoods” विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी (National Seminar) आयोजित करने जा रहा है।
जिसकी जानकारी प्रेस वार्ता करते हुए के के कालेज प्राचार्य प्रो महेंद्र सिंह ने बताया यह राष्ट्रीय संगोष्ठी सी.एस.जे.एम. विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा प्रायोजित है जो कि ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में होगी। पर्यावरण सभी जीवों का प्राकृतिक घर है। यह सभी पौधों और जानवरों की जरूरतों को पूरा करता है, बढ़ती आबादी और प्राकृतिक संसाधनों के गैर-विवेकपूर्ण उपयोग के परिणामस्वरूप पर्यावरण संरचना में परिवर्तन होता है। आवास विनाश और आक्रामक प्रजातियों द्वारा जैव विविधता की हानि में तेजी से वृद्धि हुई है, जो परागण, कीट नियंत्रण और पोषक चक्र जैसी पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बाधित करती है जो कृषि स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं। प्राकृतिक संसाधनों पर अत्यधिक निर्भर ग्रामीण आजीविका विशेष रूप से इन तनावों के प्रति संवेदनशील हैं, जिसमें हाशिए पर रहने वाले समुदाय आर्थिक और सामाजिक परिणामों का खामियाजा भुगत रहे हैं। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए शमन रणनीतियाँ अनिवार्य हैं। कृषि पारिस्थितिकी और सटीक खेती जैसी संधारणीय कृषि पद्धतियों संसाधन दक्षता में सुधार करके और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करके लचीलापन बढ़ाती है। दीर्घकालिक स्थिरता और समानता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में एकीकृत नीतियों और सहयोगी प्रयास महत्वपूर्ण हैं। यह सेमिनार प्रतिभागियों को इन प्रभावों को कम करने के उद्देश्य से वर्तमान विकास, चुनौतियों और अभिनव समाधान पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। उपरोक्त सभी के अलावा, सेमिनार का उद्देश्य प्रतिभागियों को विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं से जुड़ने के लिए मूल्यवान नेटवर्किंग अवसर प्रदान करना है।
इस संगोष्ठी में पर्यावरणीय समस्याएं एवं उनका कृषि, जैव विविधता व ग्रामीण आजीविका पर प्रभाव तथा चुनौतियों से निपटने की रणनीतियों पर विमर्श हेतु देश के प्रतिष्ठित शोध संस्थानों, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों से वैज्ञानिक, विशेषज्ञ, प्रोफेसर, शोधार्थी तथा विद्यार्थी प्रतिभाग करेंगे तथा उपरोक्त विषय पर अपने शोध पत्र, नई तकनीकों, नवाचारी समाधानों आदि पर विचार विमर्श करेंगे। इस अवसर पर आमंत्रित वक्ताओं, विशेषज्ञों, प्रोफेसरों तथा शोधार्थी आदि के शोध साराशों (Abstracts) का संकलन कर एक स्मारिका (Sovenir) प्रकाशित की जा रही है।
प्रेस वार्ता में में महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री सत्येन्द्र कुमार वर्मा, मंत्री श्री ओमकार नाथ वर्मा, एवं सेमिनार के संयोजक प्रो राजवीर सिंह, सह संयोजक डॉ सुशील कुमार, सह संयोजक अनिल कुमार साथ ही आयोजन सचिव प्रो रमाशंकर यादव सहित कई वरिष्ठ शिक्षक उपस्थित रहे।