इटावा। इटावा शहर कोतवाली क्षेत्र के घूमनपुरा में नौ दिन पहले फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली 15 वर्षीय किशोरी ने आखिरकार जिंदगी की जंग हार दी। गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मासूम बेटी की मौत से मां सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। 1 अगस्त की शाम प्रिया पुत्री शिवराज ने अपने कमरे में फांसी का फंदा लगा लिया था। परिजनों ने जब उसे लटका देखा तो तुरंत उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। नौ दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद गुरुवार को उसने अंतिम सांस ली। मां उमा देवी ने बताया कि प्रिया कई दिनों से गुमसुम थी। बार-बार पूछने पर भी उसने अपनी परेशानी नहीं बताई। मौके का फायदा उठाकर उसने फंदा लगा लिया। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। दो साल पहले सड़क हादसे में पिता की मौत हो गई थी। मां मजदूरी करके किसी तरह अपने दो बेटे और तीन बेटियों का भरण-पोषण कर रही है। बेटी की मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग भी एकत्र हो गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी है।
नौ दिन बाद टूटी जिंदगी की डोर
