इटावा। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इसी कड़ी में इटावा जिले की खुफिया एजेंसियों ने भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कमर कस ली है। शनिवार को स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) और विशेष शाखा सूचना विभाग (एसआईओ) की संयुक्त टीमों ने राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के सहयोग से जिले में सघन तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षा एजेंसियों का यह अभियान इटावा रेलवे स्टेशन और बस अड्डे से शुरू हुआ, जहां यात्रियों और उनके सामान की मेटल डिटेक्टर और अन्य सुरक्षा उपकरणों की सहायता से जांच की गई। इस दौरान संदिग्ध प्रतीत होने वाले व्यक्तियों से पूछताछ भी की गई। सर्च ऑपरेशन का नेतृत्व एलआईयू से इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह और एसआईओ से इंस्पेक्टर अमित कुमार मलिक ने किया। उनके साथ एलआईयू के अधिकारी मनोज कुमार, प्रमोद कुमार, सुनील यादव, ब्रज भूषण सिंह और सुजीत कुमार तथा एसआईओ टीम में संतोष उपाध्याय, विनय पोरवाल और कृष्ण पाल सिंह शामिल रहे। जांच अभियान केवल सार्वजनिक स्थलों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि आसपास के होटलों और धर्मशालाओं में भी तलाशी ली गई। विशेष रूप से स्टेशन के समीप स्थित लाला नानक चंद्र ट्रस्ट धर्मशाला में जांच की गई, जहां विभिन्न शहरों जैसे गाजियाबाद, इंदौर, चंदौली, कौशांबी, ग्वालियर और मुंबई से आए 14 यात्रियों की पहचान और पंजीकरण की पुष्टि की गई। इन यात्रियों से पूछताछ की गई और उनकी यात्रा से संबंधित जानकारी को दर्ज किया गया। इस दौरान होटल और धर्मशाला संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति, गतिविधि या वस्तु दिखाई दे, तो उसकी जानकारी तुरंत पुलिस या खुफिया विभाग को दी जाए। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह अभियान एहतियात के तौर पर चलाया गया है और फिलहाल किसी तरह की गंभीर संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आई है। फिर भी, प्रशासन की ओर से जनता से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी तरह की असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।
भारत पाक तनाव के बीच जनपद में होटलो व रेस्टोरेंटों की हुई जांच
