इटावा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से मंगलवार रात किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट ने इटावा समेत पूरे प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से इटावा स्थित ऐतिहासिक सुमेर सिंह किले के पास हो रहे अवैध खनन और मिट्टी के टीलों की कटाई को लेकर कड़ा संदेश दिया है। “इटावा में सुमेर सिंह किले के पास वाले बड़े-छोटे पहाड़ क्या बड़े-छोटे अधिकारी के साथ ही बस्ती-गोरखपुर की तरफ़ ट्रांसफ़र कर दिये गये हैं? अधिकारी तो नये आ जाएंगे लेकिन भ्रष्टाचार के फावड़े से काटकर गुम कर दिया गया और मिलीभगत से काट-बांटकर गायब कर दिया गया चंबल के बीहड़ का पहाड़ कैसे वापस आएगा? पर्यावरण कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा !”अखिलेश यादव जिन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है, ने यह पोस्ट उस समय साझा की जब राज्य में बड़े पैमाने पर डीएम स्तर के आईएएस अधिकारियों के तबादले हुए। सपा प्रमुख के इस ट्वीट ने प्रशासन, वन विभाग, खनन विभाग, एनजीटी और सत्ता पक्ष को कठघरे में ला खड़ा किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ट्वीट से प्रशासन में मचा हड़कंप अवैध खनन को बनाया मुद्दा
