ग्यारह मन पंचामृत से हुआ श्री राधा बल्लभ लाल का महाभिषेक

इटावा। शहर के छैराहा स्थित वृन्दावन धाम श्री राधाबल्लभ मंदिर पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व शनिबार को श्रद्धाभाव के साथ आध्यात्मिक वातावरण में मनाया गया। इस पावन अवसर पर श्री लाल जू का ग्यारह मन दूध दही से बनाए गए पंचामृत से महाभिषेक किया गया। अभिषेक के समय साक्षात बृज का नजारा देखने को मिला। सैकड़ों की संख्या में जिले के ही नहीं कई राज्यों से श्रद्धालु महाभिषेक में शामिल होने के लिए आये थे। अभिषेक के समय जय जय श्रीराधे व राधाबल्लभ लाल के जयघोष गुंजायमान रहे। देर शाम फूल बंगला सजाकर भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया। जिसे देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ मंदिर में रही।जन्माष्टमी पर जो श्रद्धालु मथुरा व वृन्दावन नहीं पहुंच सके उन सभी ने यहीं पर बृज का आनंद उठाया।


ठाकुर जी के चरण सेवक गोपाल प्रकाश चंद्र गोस्वामी ने सुबह सबसे पहले श्री राधा वल्लभ लाल जी महाराज व श्री लाल जू का विशेष पूजन अर्चन किया। सुवह 11 बजे मंदिर के गर्भगृह से श्री लाल जू को शंख व घंटे की ध्वनि व जयघोष के बीच बाहर लाया गया और पत्थर के प्राचीन पथरौटे में विराजमान किया गया। लंगोट धारण किए श्री लाल जू के दर्शनों की एक झलक को भक्त आतुर दिखाई दिए। इसके बाद महाभिषेक का सिलसिला शुरु हुआ।
गोपाल प्रकाश चंद्र गोस्वामी, वृन्दावन से आये योगेश महाराज, जयपुर से आये प्रथम शर्मा,अंश गोस्वामी व वंश गोस्वामी ने भगवान का अभिषेक किया। दूध, दही, शहद, धृत व पंचमेवा से अभिषेक हुआ और दूध दही की धारा बराबर चलती रही। गोपाल प्रकाश चंद्र गोस्वामी भगवान के ऊपर चंवर डुलाते रहे। श्री कृष्णभक्ति गीतों के गायक बलवीर पांडे, व्रज रसिक हित आशीष व हित प्रदीप अभिषेक के बीच में जन्म बधाईयां गाते रहे। भक्ति गीतों की स्वर लहरियों पर श्रद्धालु थिरकते रहे। जन्म बधाईयों पर महिलाएं व बच्चे अपने को थिरकने से नहीं रोक पाए। चरण सेवक गोपाल प्रकाश चंद गोस्वामी ने उपस्थित भक्तों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का महात्म भी बताया।अभिषेक के बाद ठाकुर जी का बाल रुप में बिशेष श्रंगार किया गया। भक्तों को ठाकुर जी के बाल रूप झांकी के विशेष दर्शन सिर्फ श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर होते हैं। भगवान की बाल रूप झांकी के बाद महाआरती उतारी गई और भक्तों को पंचामृत का प्रसाद वितरित किया गया।
देर शाम विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे खुशबूदार फूलों से फूल बंगला सजा कर ठाकुर जी का मनभावन श्रृंगार भी हुआ श्रंगार दर्शन के लिए मंदिर में देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ रही। भगवान के जन्मोत्सव के चलते मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर पूरे मंदिर परिसर को बिजली की रंग बिरंगी लाइटों व फूलों से सजाया गया था सभी भक्तों को प्रसाद भी वितरित किया गया। षष्टम दिवसीय श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के तहत रविवार को मंदिर में नंद उत्सव भी हर्षोल्लास से मनाया जाएगा ।

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