इटावा। वन्यजीव चिकित्सकों की एक टीम जिसमें डा० जे एल. सिंह, प्रोफेसर मेडिसन विभाग पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, पंतनगर, डा० अनुज कुमार, प्रोफेसर वेटेरिनरी गायनेकोलॉजी, प० दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान, मथुरा एवं डा० राकेश कुमार सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशुपालन विभाग जिनकी वर्तमान में विशेष ड्यूटी शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान, गोरखपुर में है, शामिल थे द्वारा दिनांक 15 सितम्बर एवं 16 सितम्बर को इटावा सफारी पार्क में वास कर रहे वन्यजीवों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। टीम द्वारा विशेष रूप से इटावा सफारी पार्क की बब्बर शेरनी हीर का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसका उपचार विगत कई दिनों से सफारी पार्क के वन्यजीव चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है, परन्तु कोई विशेष लाभ परीलक्षित नहीं हो रहा था जबकि शेरनी द्वारा अपना आहार पूर्ण मात्रा में लिया जा रहा है और वह पूर्णरूप से सक्रिय है। ज्ञातव्य हो कि शेरनी हीर उम्र लगभग 17.5 वर्ष है तथा यह विगत 4-5 वर्षों से क्रोनिक मेट्राइटिस से संक्रमित है। यद्यपि इसका उपचार नियमित रूप से किया जा रहा है परन्तु समय-समय पर उसके जननांगो से मवाद का स्राव होता रहता है। जिसके उपचार हेतु इन विशेषज्ञों को इटावा सफारी पार्क आमंत्रित किया गया है। टीम द्वारा बब्बर शेरनी के स्वास्थ्य के सम्बन्ध में आवश्यक सुझाव दिए गए जिसके क्रम में अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
सफारी पार्क के वन्यजीवों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
