इटावा।शहर के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
संगोष्ठी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लेफ्टीनेंट प्रशान्त कमल ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ प्रतीक चिन्ह देकर उनका स्वागत किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला समन्वयक गोपाल मोहन शर्मा कार्यक्रम संयोजक अभिषेक ज्ञानार्थी एक राष्ट्र एक चुनाव के जिला संयोजक अनुरुद्ध गुप्ता उपस्थित रहे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए गोपाल मोहन शर्मा ने कहां की देश में “एक राष्ट्र, एक चुनाव” को लेकर चर्चा तेज हो गई है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि इस ऐतिहासिक पहल पर व्यापक मंथन और सभी दलों से संवाद की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह व्यवस्था लागू होती है तो देश की राजनीति में स्थिरता आएगी, चुनावी खर्च कम होगा और प्रशासनिक मशीनरी को अधिक प्रभावी ढंग से जनता की सेवा में लगाया जा सकेगा।
कार्यक्रम संयोजक अभिषेक ज्ञानार्थी ने बताया कि जनता भी इस विचार का समर्थन कर रही है। हाल ही में कराए गए सर्वे में अधिकांश लोगों ने माना कि बार-बार चुनाव से संसाधनों पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है और देश की प्रगति की रफ्तार धीमी हो जाती है।
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यदि केंद्र और राज्यों में चुनाव एक साथ होंगे तो नीति निर्माण और उसके क्रियान्वयन में स्थिरता बनी रहेगी।
जिला संयोजक “एक राष्ट्र एक चुनाव” अनुरुद्ध गुप्ता ने कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” लोकतंत्र को मजबूती देने की दिशा में बड़ा कदम है। वर्तमान में केंद्र और राज्यों में अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं जिससे बार-बार आचार संहिता लागू करनी पड़ती है। इससे न केवल विकास कार्य प्रभावित होते हैं बल्कि चुनावी खर्च भी अत्यधिक बढ़ जाता है। “एक राष्ट्र, एक चुनाव” से इन समस्याओं का समाधान संभव हो सकेगा।
संगोष्ठी कार्यक्रम का संचालन जिला सह संयोजक “एक राष्ट्र एक चुनाव” अभिषेक राठौर ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इटावा नगर के नगर मंत्री संस्कार गुप्ता , रजत धाकरे , आशीष शर्मा , रोहित कश्यप , गोपाल सोनी , राज कुमार शर्मा आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
