संपूर्ण समाधान दिवस में गरजे डीएम,अफसरों को लगाई फटकार – कहा लापरवाही पर होगी कार्रवाई

(प्रेम कुमार शाक्य)
जसवंतनगर/इटावा। जनता की समस्याओं को हल करने के लिए आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में तहसील सभागार का माहौल उस वक्त गरमा गया, जब जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ला ने अफसरों को लापरवाही पर जमकर फटकार लगाई। डीएम ने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि जनता की शिकायतों के निस्तारण में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ही अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
तहसील सभागार में आयोजित समाधान दिवस में कुल 24 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, लेकिन अफसरों की सुस्ती का आलम यह रहा कि महज एक मामले का ही मौके पर निस्तारण हो सका। डीएम ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिकायतें सिर्फ कागजों में नहीं इन्हें जमीनी स्तर पर हल किया जाए। ग्राम मोहम्मदपुर निवासी मेहताब सिंह ने शिकायत की कि हाईवे से सराय भूपत रेलवे स्टेशन तक मिट्टी लादे डंपरों ने सड़क को खस्ताहाल कर दिया है, जिससे गांव वालों को आवागमन में परेशानी हो रही है। ग्राम दर्शनपुरा के हरेंद्र प्रताप ने बताया कि ग्रामीणों ने पक्की नाली पर कब्जा कर लिया है, जिससे बारिश का पानी निकल नहीं पा रहा। ग्राम जगसोरा की कांति देवी ने विपक्षियों पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाते हुए भूमि पैमाइश की मांग रखी। इसी तरह ग्राम कैस्त के लाल सिंह ने 10 फुट सड़क और नाली निर्माण, ग्राम रेल मंडी के विपिन दुबे ने घर की छत पर गिरे बिजली के खंभे को हटाने, ग्राम दयालपुर के राजेश कुमार ने जलभराव, और मोहल्ला अहीर टोला के संजीव कुमार ने रास्ते पर कब्जा हटवाने की शिकायतें दर्ज कराईं। ग्राम पाताछारी की प्रधान सीमा शाक्य ने विद्यालय में जलभराव को लेकर सरकारी नाली तोड़े जाने पर नाराजगी जताई। राजपुर तमेरी गाँव के नौ ग्रामीणों ने शिकायत की कि मंडी के एक आडतिया द्वारा फसल खरीदने के बाद साढ़े सात लाख रुपये से ज्यादा का भुगतान कई महीने बीत जाने के बाद भी नहीं किया गया है उन्होंनो डीएम से न्याय की गुहार लगाई है।
इस मौके पर एसएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बृजेंद्र सिंह, एसडीएम सत्यम जीत, तहसीलदार नेहा सचान और सीओ आयुषी सिंह व सीएचसी अधीक्षक डॉ0वीरेन्द्र सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। डीएम ने कहा कि सभी विभाग प्रमुख व्यक्तिगत जिम्मेदारी लें और जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, “शिकायतों पर कार्रवाई न करने वाले अफसरों की अब खैर नहीं। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

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