ऊसराहार: राजस्थान के एक युवा साइकिल यात्री महेंद्र सुमन का आज ऊसराहार कस्बे में भव्य स्वागत किया गया। पिछले सात महीनों में करीब 15,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके महेंद्र, चार धाम और 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के बाद अब मथुरा-वृंदावन जा रहे हैं।
भगवान शंकर की प्रेरणा से शुरू की यात्रा
राजस्थान के बारां जिले के रहने वाले महेंद्र सुमन ने बताया कि उन्हें भगवान शंकर से सपने में प्रेरणा मिली थी, जिसके बाद उन्होंने फरवरी महीने में यह यात्रा शुरू की। उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत प्रयागराज कुंभ से की, जिसके बाद वह वाराणसी में काशी विश्वनाथ और झारखंड में बैद्यनाथ धाम के दर्शन के लिए पहुंचे।
देशभर में की धार्मिक यात्रा
अपनी यात्रा के दौरान महेंद्र ने देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थलों का दौरा किया। उन्होंने उड़ीसा में जगन्नाथ पुरी और तमिलनाडु में रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए। इसके अलावा, उन्होंने आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश में स्थित अन्य ज्योतिर्लिंगों के भी दर्शन किए। इसके बाद वह उत्तराखंड के चारों धाम- केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री पहुंचे।

भारत में अपनी यात्रा के बाद, उन्होंने नेपाल में पशुपतिनाथ और जनकपुर मिथिला के दर्शन किए। इसके बाद वह गोरखपुर और अयोध्या होते हुए ऊसराहार पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वह राम मंदिर निर्माण के समय पैदल अयोध्या भी जा चुके हैं।
मथुरा-वृंदावन में यात्रा को देंगे विराम
महेंद्र सुमन ने बताया कि अब तक वह अपनी साइकिल से लगभग 15 हजार किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं। उनकी यह यात्रा मथुरा-वृंदावन पहुंचकर समाप्त होगी, जिसके बाद वह अपने घर राजस्थान लौट जाएंगे।
कस्बा ऊसराहार तिराहे पर गौरव गुप्ता, प्रांसू गुप्ता, अगनू लाल, भूरे वाथम और अन्य लोगों ने फूल-मालाएं पहनाकर महेंद्र सुमन का स्वागत किया और उनकी इस अद्भुत यात्रा के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
