इटावा। जनपद में बुधवार रात करीब 10 बजे अचानक मौसम का रुख बदल गया और कुछ ही देर में तेज हवाओं के साथ आए भीषण आंधी-तूफान ने पूरे जिले में तबाही मचा दी। 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। जिले भर में सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी हो गए, कच्चे मकानों की दीवारें ढह गईं, टीन शेड उड़ गए और कई स्थानों पर रास्ते पूरी तरह अवरुद्ध हो गए।इटावा शहर में डीएम चौराहा पर निर्माणाधीन अटल पथ भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई की प्रतिमा के चारों तरफ सुरक्षा में लगी टीन शेड भी धराशाई हो गया, हालांकि प्रतिमा पर कोई असर नहीं पड़ा।
तूफान की चपेट में आकर अब तक एक महिला समेत एक बच्चे की मौत हो चुकी है जबकि आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बसरेहर के आशानंदपुर गांव में टीन शेड गिरने से आठ वर्षीय बालक सिद्धू की मौत हो गई और उसका पिता गंभीर रूप से घायल हो गया। जसवंतनगर क्षेत्र में दीवार गिरने से 62 वर्षीय द्रोपदी की जान चली गई। इसके अलावा फ्रेंड्स कॉलोनी के शकुंतलानगर नई मंडी में तीसरी मंजिल पर बनी दीवार गिरने से सतेंद्र यादव घायल हुए। बकेवर के राजपुरा उझियानी गांव में उड़ते टीन शेड की चपेट में आकर विशाल घायल हो गया। ब्रह्म नगर मोहल्ले में छत की बाउंड्री वॉल गिरने से 70 वर्षीय राजा सिंह भदौरिया घायल हुए, नगला बीरबल गांव में सावित्री देवी और नगला भीखन की हुस्ना बेगम के ऊपर टीन शेड गिरा जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं, विजयनगर निवासी विकेश सिंह के घर का कांच का गेट तेज हवा में टूटकर गिर गया जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। सभी घायलों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। तेज आंधी के कारण पूरे जिले में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। कई इलाकों में अंधेरा छा गया और लोग पूरी रात डर और दहशत में रहे। पेड़ों के गिरने और खंभों के टूटने से सैकड़ों स्थानों पर रास्ते बंद हो गए। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। जनपद में 21 में को आई आंधी तूफान को देखते हुए इटावा के जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने आंधी तूफान से प्रभावित लोगों को 24 घंटे के भीतर अनुमन्य सहायता देने का आश्वासन दिया है इसी के साथ-साथ बताया है कि जिला प्रशासन आंधी तूफान से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद के लिए तत्पर है।