इटावा। गंगा जमुना तहजीब की प्रतीक दरगाह हजरत सूफी अरशद अली उर्फ माशूक अली बाईस ख्वाजगान का तीन दिवसीय सालाना उर्स हर साल की तरह इस साल भी फतेहपुर सीकरी के सज्जादा नशीन हजरत सूफी,कमरूद्दीन लियाकती की सरपरस्ती में शानो-शौकत से विगत दिवस 22 जनवरी से शुरू हुआ और 24 जनवरी को बाद नमाज ज़ोहर हजरत अरशद अली उर्फ माशूक अली बाईस ख्वाजगान रहमतुल्लाह अलैहे के कुल शरीफ की रस्म अदायगी के साथ सम्पन्न हुआ।
उर्स संयोजक वरिष्ठ पत्रकार मसूद तैमूरी ने बताया कि उर्स की शुरुआत 22 जनवरी को सुबह बाद नमाज फजर कुरान ख्वानी से हुई दस बजे चादरपोशी की गई शाम चार बजे हल्का ए जिक्र हुआ और मीलाद शरीफ हुई।
उन्होंने बताया कि उर्स के दूसरे दिन बाद नमाज फजर कुरान ख्वानी हुई दस बजे से चादरपोशी एवं गागरे पेश की गई। जिसमें जनपद इटावा के अलावा औरैया, भिण्ड,जालौन,मैनपुरी, आगरा,फिरोजाबाद मुरैना, श्योपुर,कानपुर देहात सहित विभिन्न जनपदो से आए श्रद्धालुओं ने हजरत वाईस ख्वाजा पर चादरें गागरे पेश कर अमनों चैन की दुआ मांगी। तथा महफिलें शमां का आयोजन किया गया जोकि देर रात तक चला। मसूद तैमूरी ने बताया कि उर्स के तीसरे एवं अन्तिम दिन बाद नमाज फजर कुरान ख्वानी दस बजे हजरत अरशद अली उर्फ माशूक अली बाईस ख्वाजगान रहमतुल्लाह अलैहे का गुस्ल शरीफ़ हुआ बाद नमाज जुमा वाईस ख्वाजगान का कुल शरीफ किया गया और रंगे महफिल के साथ तीन दिवसीय सालाना उर्स का समापन हुआ इस अवसर पर सूफी रईस,अहमद सूफी,कमर सूफी,सत्तार सूफी,उमर सूफी,फारूक सहित कौमी तहफफुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास,मंसूरी वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मुईनुद्दीन उर्फ गुड्डू मंसूरी,अमीन भाई,इरशाद खान,मु.अज़ीम,मु.असलम खान,हाजी शकील,अहमद, तस्लीम मंसूरी,इंतज़ार अहमद खान,मास्टर इदरीश फारूखी,सहित हजारों लोग मौजूद रहे।