भरथना,इटावा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के विरोध में गुरुवार को भरथना कि बड़ी जामा मस्जिद में जोरदार प्रदर्शन किया गया। यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आतंकी घटना की की की शब्दों में निंदा की और शहीदों को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले लोगों ने मग़रीब कि नमाज में शहीदों के परिजनों के लिए अल्हा ताला से दुआ की।
प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तान का झंडा जलाया और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ व ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ के जोरदार नारे लगा कर जमकर विरोध किया।
आल इंडिया उलमा व मसाईख बोर्ड के नगर अध्यक्ष बिलाल मुसानी का कहना है कि कश्मीर में आतंकियों द्वारा निहत्थे भारतीय सैलानियों आदि लोगों पर किया गया हमला घोर निंदनीय है। इसका भारतीय मुस्लिम समाज कठोर विरोध करता है। प्रदर्शन में बड़ी जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना फहीम रज़ा भी मौजूद रहे।
मौलाना फहीम रज़ा ने इस हमले को नापाक हरकत बताया। उन्होंने कहा-वह मानता हैं कि पिछले 4 दशक के अंदर यह सबसे बड़ा हमला है। जिन लोगों को नाम पता पूछकर मारा गया है,वे निहत्थे थे। वे किसी के खिलाफ कोई षड़यंत्र रचने नहीं गए थे। उन्होंने बताया कि निहत्थे सैलानियों की हत्या कर देश के अंदर नफरत फैलाने की साजिश रची गई है। बिलाल मुसानी ने कहा कि वह भारत सरकार से कहना चाहता हूं कि जिस तरह आतंकी पकड़े जाते हैं, मुकदमे चलते हैं,लंबी प्रक्रिया होती है। इस बार की कार्रवाई में कोई लंबा मुकदमा न चलाया जाए। फास्ट ट्रैक अदालत में केस चलाकर 10 दिन के अंदर फैसला हो और आतंकियों को बीच चौराहे पर लाकर फांसी दी जाए। आतंकियों का कोई धर्म जाति नहीं होती है। उनकी तो कोशिश होती है कि किसी तरह हरकतें कर नफरत फैलाई जाए। इसी बीच कुछ लोगों को बहाना भी मिल जाता है। वे इसका फायदा उठाकर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाना शुरू कर देते हैं।
पप्पू अब्बासी ने बताया यह इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश है,उन्होंने भारत के मुसलमानों से कहा है कि आतंकियों ने इस्लाम का नाम लेकर इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश की है। इसलिए,हम सभी को आतंकवाद के खिलाफ खुलकर सामने आना होगा। किसी भी कीमत पर यह बात आतंकी संगठनों और पाकिस्तान को बतानी होगी कि वह जो करने की कोशिश कर रहे हैं,उनके मंसूबों को भारतीय मुसलमान कामयाब नहीं होने देगा। भारतीय मुसलमान समझ चुके,आतंकियों का मकसद देश को बर्बाद करना ऐसा पहली बार हुआ है कि कश्मीर के मुस्लिम संगठनों ने ऐलान किया है कि जम्मू-कश्मीर बंद रहेगा। वहां के बहुसंख्यक मुसलमानों को भी समझ में आ गया है कि आतंकियों का मकसद देश को बर्बाद करना है। इससे ज्यादा कुछ नहीं।
रशीद खान विक्की ने कहा इस्लाम मानने वाले आतंकी नहीं हो सकते वह सभी मुसलमानों की ओर से इस आतंकी हमले की निंदा करते हैं,साथ ही स्पष्ट रूप से भारत के लोगों से कहना चाहते कि इस्लाम को मानने वाले कभी आतंकी नहीं हो सकते। देश और दुनिया के मुसलमान गैर-मुस्लिमों के साथ होने वाली ऐसी किसी भी घटना के खिलाफ खड़े हैं। किसी भी आतंक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आतंकवादियों के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन के दौरान हाफिज अजीम संभली, सोहिब सिद्दीकी,रोशन, ताहिर खान,गौस मोहम्मद सुक्खी,आसिफ सिद्दीकी, नुशरत,इरफान अल्वी,सोनू अल्वी,डॉ.युनुस अल्वी, आशिक,तहज़ीब,सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए
बतादें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कुल दो दर्जन से अधिक लोग मारे गए हैं। इनमें 2 विदेश नागरिक और 2 स्थानीय लोग भी शामिल बताए गए हैं। हमले में घायल लोगों ने बताया है कि आतंकियों ने पहले लोगों का नाम पता पूछ कर कंफर्म किया इसके बाद सभी को गोलियां दागकर मौत के घाट उतार दिया,जिसके बाद भारत की नागरिकों में पाकिस्तान और आतंकवादियों के विरुद्ध आक्रोश फूट पड़ा।