(विजेन्द्र तिमोरी)
इटावा। इटावा में वंदे भारत एक्सप्रेस की चपेट में आकर कटने वाली महिला की शिनाख्त 24 घंटे बाद शनिवार को हो सकी। मृतका की पहचान फ्रेंड्स कॉलोनी के दतावली निवासी दुलारी देवी 65 पत्नी रामसनेही के रूप में हुई। पहचान उनके पुत्र सुदीप ने जीआरपी थाने में पहुंचकर की। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। घटना इटावा रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास गुरु तेज बहादुर पुल के नीचे उस वक्त हुई, जब दुलारी देवी रेलवे ट्रैक पार कर रही थीं और उसी दौरान नई दिल्ली की ओर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस वहां से गुजरी। महिला ट्रेन की चपेट में आ गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। दुलारी देवी के बेटे सुदीप ने बताया कि उनकी मां मानसिक रोगी थीं और पिछले छह महीनों से शहर के आईटीआई क्षेत्र स्थित अजबश्री हॉस्पिटल में डॉ. शैलेन्द्र यादव से उनका इलाज चल रहा था। शुक्रवार सुबह 10 बजे उन्होंने अस्पताल जाने की बात कही और घर से निकल गईं। जब देर शाम तक वह वापस नहीं लौटीं तो भाभी ने उन्हें इसकी सूचना दी। इसके बाद उन्होंने आसपास तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार सुबह गांव के ही ई-रिक्शा चालक सुरेश ने बताया कि उन्होंने दुलारी देवी को काजी पंप के पास रेलवे लाइन पार करते देखा था। जानकारी मिलते ही सुदीप मौके पर पहुंचे, जहां कुछ लोगों ने उन्हें बताया कि वहां एक महिला ट्रेन से कट गई थी। इसके बाद वे जीआरपी थाने पहुंचे और मां की तस्वीर दिखाई, जिससे पुष्टि हो सकी कि वंदे भारत एक्सप्रेस से कटने वाली महिला उनकी मां ही थीं। शिनाख्त के बाद जीआरपी ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवार को सौंप दिया। इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।