मूकबधिर जोड़े ने कायम की प्यार की नई मिसाल,सोशलमीडिया पर मिले साइन लैंग्वेज से परवान चढ़ा प्यार
भरथना इटावा।सोशल मीडिया के जरिए होने वाले प्यार के किस्से अक्सर आपने सुने होंगे लेकिन यूपी के इटावा में सोशल मीडिया पर मुखबधिर प्रेमियों की लव स्टोरी शादी में बदल गई. इटावा के कस्बा भरथना में एक ऐसी ही प्रेम कहानी सामने आई है। क्षेत्र के ग्राम रमायन की एक ऐसी प्रेम कहानी है जिसमें जुबान तो नहीं पर एहसास खूब हैं। यह कहानी है एक मूक-बधिर जोड़े की है, इनकी मुलाकात सोशल मीडिया पर हुई,और इशारों में बात हुई,तो कुछ ही समय में प्यार का इजहार हो गया और फिर दोनों ने प्यार को मुकम्मल अंजाम तक पहुंचा दिया।
प्यार की ऐसे हुई शुरुआत
भरथना कस्बा से सटे ग्राम रमायन कि रहने वाली प्रियंका जन्म से ही मूकबधिर है। सोशल मीडिया पर लगभग एक साल पहले प्रियंका उर्फ निक्की की सोहित से दोस्ती हुई। सोहित भी प्रियंका की तरह मूकबधिर है। दोनों की दोस्ती प्यार में बदली और फिर दोनों ने इसे शादी में बदलने का फैसला ले लिया। दोनों एक-दूसरे से सोशल मीडिया पर चैटिंग और वीडियो कॉलिंग के जरिए साइन लैंग्वेज में बात करते थे। जब परिवारों के सामने खबर पहुंची तो परिजनों से भी दोनों को शादी की रजामंदी मिल गई। सोहित न्यूजीलैंड से हरियाणा के शहर फरीदाबाद अपने पैतृक घर पहुंचा और निर्धारित शादी की तारीख को परिवार के साथ पूरे हर्षौल्लास और धूमधाम-गाजेबाजे के साथ बारात लेकर बीती मंगलवार की शाम प्रियंका के घर भरथना के ग्राम रमायन पहुंच गया।
उधर प्रियंका के परिजन सैकड़ों रिश्तेदार के साथ इस अद्भुत शादी को यादगार बनाने में पहले से जुट हुए थे। जिसको लेकर प्रियंका के परिजन और रिश्तेदारों ने भव्य तैयारिया कर रखीं थी।
बारात के पहुंचते ही परिजनों रिश्तेदारों ने बड़े ही उत्साह से दुल्हा के साथ पहुंचे आधा सैकड़ा से अधिक महिला-पुरुष बारातियों जोरदार स्वागत सत्कार किया और पूरी रात्रि शादी की खुशियों के साथ दोनों प्रेमी-प्रेमिका ने हिन्दू रीतिरिवाज के साथ वरमाला पहनाई फिर जीवन के नए दायित्वों का निर्वाहन करने के लिए सात फेरे लेकर जीवन भर एक दूसरे के साथ रहने सुख दुख में साथ निभाने का संकल्प लिया। और बुधवार की भोर होते ही दुल्हन बनी प्रियंका अपने प्रेमी दूल्हा और बारातियों के साथ विदा होकर हरियाणा के फरीदाबाद चली गई।
क्या है साइन लैंग्वेज
साइन लैंग्वेज मूकबधिरों की अपनी भाषा है। साइन लैंग्वेज के जरिए सांकेतिक भाषा के रूप में संदेशों को व्यक्त किया जाता है। इसमें विजुअल एक्शन का उपयोग होता है। साइन लैंग्वेज हाथों के इशारों तक ही सीमित नहीं है। चेहरे के भाव और शरीर की गति और इशारे भी इनमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।