इटावा। जनपद के चकरनगर ब्लॉक में शमशान घाट निर्माण में बड़ा घोटाला सामने आया है। करीब 85 लाख रुपए की लागत से बने चार शमशान घाट मात्र 5 साल में ही खंडहर में तब्दील हो गए हैं। अनैठा, डिभोली और नौगांवा पंचायत में 2018-19 में 24-24 लाख रुपए की लागत से श्मशान घाट का निर्माण कराया गया था। वहीं सिंडौस में 13 लाख रुपए खर्च किए गए थे। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और अधिकारियों ने मिलकर निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया।अनैठा में श्मशान घाट की बाउंड्री पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़कें गड्डों में तब्दील हैं। शौचालयों में न दरवाजे हैं, न लैट्रिन सीट। डिभोली और सिंडौस में श्मशान घाट पूरी तरह खंडहर हो चुके हैं। चारों तरफ झाड़ियां उग आई हैं। बैठने और पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। सिंडौस के राम सुंदर के अनुसार श्मशान घाट बनने के बाद केवल दो अंतिम संस्कार हुए। कुछ दिनों में ही टीन शेड उड़ गए। महाकालेश्वर समिति के अध्यक्ष बापू सहेल सिंह परिहार ने बताया कि लोगों को मजबूरी में पचनद संगम पर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और श्मशान घाटों के पुनर्निर्माण की मांग की है। खंड विकास अधिकारी रविंद्र कुमार शशि ने श्मशान घाटों की व्यवस्था जल्द दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया है।
सरकार के 85 लाख हुए बर्बाद,नियम के पांच वर्ष में शमशान घाट हुआ खंडहर
