निजीकरण की विरोध में बिजली कर्मियों का देश व्यापी आंदोलन हुआ तेज़

इटावा।बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में देशभर में कर्मचारियों का आंदोलन तेज हो गया है। इटावा में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। समिति ने स्पष्ट किया कि जब तक निजीकरण का निर्णय वापस नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने 24 और 25 जनवरी को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।

राजधानी लखनऊ में हजारों कर्मचारियों ने शक्तिभवन का घेराव किया, जिसके कारण वहां होने वाली प्री-बिडिंग कॉन्फ्रेंस को रद्द करना पड़ा। इटावा के संयोजक इं विवेक कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता वि वि खण्ड प्रथम इं हनुमान प्रसाद मिश्रा, जू इं संगठन के अध्यक्ष अवर अभियन्ता वीरेन्द्र कुमार व टीजी-2 संगठन के अध्यक्ष मदन यादव व संगठन के अन्य अधिकारी व कर्मचारियों ने मण्डल कार्यालय इटावा पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। पॉवर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गुप्त बैठक के माध्यम से निजीकरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का असंवैधानिक प्रयास किया।

आंदोलन का असर पूरे देश में देखा जा रहा है। श्रीनगर, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई समेत कई राज्यों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कर्मचारियों ने निजीकरण को घोटाला बताते हुए इसे तत्काल रद्द करने की मांग की है। समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले में हस्तक्षेप की अपील की है।

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