इटावा। प्रदेश और देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद भी जनपद इटावा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की मूर्ति पिछले कई माह से अपने अनावरण का इंतजार कर रही है, हालांकि पर्यटन विभाग द्वारा 3 से 4 शहर के डीएम चौराहे पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा को स्थापित कर दिया गया था लेकिन प्रतिमा को स्थापित करने के साथ ही साथ उसकी लोहे के तीन सेट से चारों तरफ ढाक दिया गया है, और अब शायद ढकी हुई मूर्ति जिला प्रशासन की आंखों से भी ओझल हो गई है शायद इसी कारण से जिला प्रशासन भी पिछले चार माह पूर्व स्थापित हुई पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा के अनावरण संबंधी विषयक किसी भी तरीके की कार्यवाही नहीं कर रहा है। डीएम चौराहे पर लगी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा को टूरिज्म विभाग द्वारा चारों तरफ लोहे के टीन शेड़ो से ढाक दिया गया है जिससे आम राहगीरों को निकालने में तो परेशानी होती ही है लेकिन इसी के साथ-साथ सबसे बड़ा अपमान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का हो रहा है। कई लाखों रुपए की लागत से लगी अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा आज स्वयं अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है।
इटावा शहर के डीएम चौराहे पर लगी अटल प्रतिमा जिला मुख्यालय से केवल 50 मीटर की दूरी पर है लेकिन उसके बावजूद भी किसी सक्षम अधिकारी द्वारा उसके अनावरण के विषय में कभी विचार नहीं किया गया।आज पूरे शहर में सुबह से ही तेज हवाएं चल रही है जिसके कारण अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा को ढकी हुई टीन शेड हवा में उड़कर गिर रही है जिससे कभी भी कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। आज सुबह जब अटल प्रतिमा के आसपास लगे हुए तीन सेट हवा में उड़कर सड़क पर गिरे तो वहां पर ड्यूटी करने वाला पीआरडी जवान बीच सड़क पर पहुंचा और उसने अकेले ही दोनों टीन शैडो को उठाकर रोड के किनारे पर रख दिया, अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिरकार लाखों रुपए की लागत से लगी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा क्या यूं ही अपने अनावरण का इंतजार करती रहेगी या किसी दिन उसे प्रतिमा को ढके हुए टीन शेडो से घटित होगी कोई अप्रिय घटना इंतजार है। आखिर कब होगा अटल बिहारी बाजपेई की प्रतिमा का अनावरण।