इटावा। जिले के स्कूलों में फीस के नाम पर की जा रही मनमानी वसूली को लेकर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशुतोष दीक्षित ने रविवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि निजी स्कूलों की लूट से अभिभावक बेहाल हैं। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर 11 अप्रैल को एक राष्ट्रव्यापी ज्ञापन दिया था, जिसमें इटावा प्रशासन को भी शामिल किया गया। दीक्षित ने कहा कि पड़ोसी जिला औरैया में डीएम ने स्कूल संचालकों संग बैठक कर मनमानी फीस पर रोक लगा दी, लेकिन इटावा में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कांग्रेस की मांग है कि अप्रैल माह खत्म होने से पहले कार्रवाई हो, वरना एडमिशन के बाद इसका कोई असर नहीं बचेगा। दीक्षित ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ चुनिंदा दुकानों से ही बैग और स्टडी मटेरियल खरीदने का दबाव बनाया जाता है और वहां से अभिभावकों से मनमाने दाम वसूले जाते हैं। इतना ही नहीं, विकास शुल्क के नाम पर भी अतिरिक्त पैसे लिए जा रहे हैं और दो बच्चों के एडमिशन पर नियमानुसार छूट नहीं दी जाती, जो कि शिक्षा के अधिकार कानून का उल्लंघन है। कांग्रेस ने एक बार फिर जिलाधिकारी से इस पर सख्त कदम उठाने की मांग की है। बातचीत में पूर्व शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे, प्रशांत तिवारी, वाचस्पति द्विवेदी और चौधरी अंबुज त्रिपाठी भी मौजूद रहे।
स्कूलों में फीस के नाम पर लूट बंद करवाने के लिए कांग्रेस ने खोला मोर्चा
