बाईपास निर्माण में बाधा बनी किसानों की भूमि का मिलेगा मुआवजा

भरथना,इटावा। एसडीएम की पहल रंग लायी, बाईपास निर्माण में आ रही जमीन के बैनामा करने के लिय 23 किसान राजी हो गए हैं।
इटावा-कन्नौज नेशनल हाईवे 91ए234 पर स्थित ग्राम गंगोरा बझेरा से निकल रहे भरथना बाईपास निर्माण में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिये एसडीएम ने चौपाल लगाकर किसानों की समस्याओं को सुना और उनका निस्तारण किया।

ग्राम पंचायत गंगौराबझेरा के अंतर्गत स्थित परिषदीय विद्यालय में बाईपास निर्माण में आ रही 85 किसानों की जमीन को लेकर उपजिलाधिकारी सुशांत श्रीवास्तव, तहसीलदार राजुकमार सिंह, के साथ पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बैठक कर किसानों की समस्याओं को सुना। किसानों ने बताया कि जिस जमीन का भरथना बाईपास के निर्माण के लिये अधिग्रहण किया जा रहा है। उनमें कुछ किसान ऐसे है जिन्होने केसीसी के जरीए लोन ले रखा है। यह एक वजह सामने आ रही है। जिसको लेकर उपजिलाधिकारी ने किसानों को बताया है कि जिन किसानों ने केसीसी का कर्ज लिया है उनकी भूमि का भी बैनामा हो सकता है। किसी ने आप लोगों ने यह भ्रम की स्थिति उत्पन्न की है। उन्होने किसानों से कहा कि केसीसी के अंतर्गत जो कर्ज लिया है। वह मुआवजे वाली राशि से निस्तारण हो सकेगा। जिसको लेकर गंगोरा बझेरा क्षेत्र के अंतर्गत 23 किसानो ने अपने बैनामी की सहमती दर्ज करायी है। और यह सभी कल से अपने अपने अंशो का बैनामा करायेंगे। उपजिलाधिकारी ने बताया कि उक्त बाईपास के निर्माण कार्य के लिये कुल 1138 कास्तकारों का बैनामा कराया जाना है। उनमें से लगभग 150 सैकड़ा से अधिक कास्तकारों के बैनामा हो चुके है और उन्हें मुआवजा भी मिल चुका है। शेष कास्तकारों को मुआवजा दिलायेजाना की प्रक्रिया चल रही है। बाईपास के निर्माण कार्य में कही कोई दिक्कत नहीं आयेगी।

श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यह 13.70 किलोमीटर के बाइपास मार्ग जो ग्राम पंचायत गंगोरा बझेरा, कुसना, बेटियापुरा, गोपियागंज, भोली, रमायन एवं लहरोई से होकर गुजर रहा है। जहां जहां पर कास्तकारों सम्बंधी समस्या आ रही है। उन गाँवों में एक टीम बनाकर किसानों की समस्या को सुनकर उनका मौके पर ही निस्तारण किया जायेगा और मुआवजे की प्रकिया के बाद ही भूमि अधिग्रहण की जायेगी।

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