इटावा। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को आयोजित बैंकर्स समिति की बैठक में जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने जनपद की गिरती सीडी रेशियो पर गहरी चिंता जताते हुए बैंकों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इटावा का सी.डी (क्रेडिट डिपॉजिट) रेशियो मात्र 49.75 प्रतिशत है, जबकि राज्य औसत 59.64 प्रतिशत है। इस स्थिति में सुधार न होने पर जनपद का आर्थिक विकास प्रभावित होगा। वर्तमान में जिले की रैंकिंग प्रदेश में 46वें स्थान पर है, जो चिंताजनक है। डीएम ने बैंकों से कहा कि वे सरकारी योजनाओं के अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को ऋण सुविधा उपलब्ध कराएं, विशेष रूप से एमएसएमई और कल्चरल सेक्टर में। उन्होंने एमएसएमई क्षेत्र में ऋण वितरण को प्राथमिकता देने, क्रॉप लोन में वृद्धि करने और ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधा बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 60 प्रतिशत से कम सी.डी रेशियो वाले बैंक तत्काल रणनीति बनाकर सुधार की दिशा में ठोस प्रयास करें। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की समीक्षा के दौरान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, जसवंतनगर की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की गई। डीएम ने स्पष्ट किया कि योजनाओं में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत प्राप्त 79 लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए और ओडीओपी (एक जनपद एक उत्पाद) योजना पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। बैठक में निर्देश दिया गया कि बैंकवार समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएं, जिनमें बेहतर व कमजोर प्रदर्शन करने वाली शाखाओं की पहचान कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। जिलाधिकारी ने लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनके शीघ्र निस्तारण के निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम, उपायुक्त उद्योग सुधीर कुमार, एलडीएम समेत सभी बैंक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जनपद में क्रेडिट डिपॉजिट रेश्यो औसत से भी हुआ कम जिलाधिकारी ने व्यक्त की नाराजगी
