विजय प्रताप सिंह सेंगर का जन्म इटावा के बहेड़ा गाँव में एक किसान परिवार में हुआ। उनके पिता, स्वर्गीय ध्रुव सिंह सेंगर, एक लोकप्रिय सामाजिक ज़मींदार थे।जो हमेशा लोगों की सेवा के लिए समर्पित रहते थे।उनकी माता का नाम राम बेटी सेंगर था और पत्नी का नाम सुनीता सेंगर था, जिनका 2021 में निधन हो गया।

उनके परिवार में चार बच्चे हैं: दो बेटे और दो बेटियाँ। बड़ा बेटा अभिषेक प्रताप कनाडा में अपनी कंपनी ‘अपटर्न’ चलाते हैं, जबकि छोटा बेटा विवेक प्रताप नोएडा में गेमिंग इंजीनियर हैं। उनकी बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है और छोटी बेटी शगुन सेंगर बेंगलुरु से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं।

शिक्षा और करियर
विजय प्रताप सिंह ने अपनी प्राथमिक शिक्षा महेवा और अजीतमल में की, जिसके बाद उन्होंने बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने दिल्ली में अपने चाचा के साथ ट्रांसपोर्ट का काम सीखा। कुछ समय तक ट्रांसपोर्ट का काम भी किया।
वृंदावन पैलेस और वृंदा हर्बल पार्क
विजय प्रताप सिंह ने मथुरा के वृंदावन में वृंदावन पैलेस नाम का एक होटल स्थापित किया है। इसके अलावा, उन्होंने 2016 में अपने पैतृक गाँव में अपनी निजी ज़मीन पर वृंदा हर्बल पार्क का निर्माण कराया। यह पार्क पर्यावरण को बचाने के प्रयास किया उनके इस जुनून से पूरे गांव को 30% ऑक्सीजन मिलना शुरू हुई। यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बन गया है, जहाँ उन्होंने भारत और विदेश (चीन, भूटान, नेपाल, जापान, कलकत्ता, पुणे, दिल्ली, हरियाणा, जम्मू) से लाए गए हर प्रजाति के पौधे लगाए हैं। इस पार्क के निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं और लोग यहां शुद्ध हवा और शांति के लिए दूर-दूर से आते हैं लोगों को वृंदा हर्बल पार्क बहुत आकर्षित करता है। क्योंकि यहां हजारों प्रकार पेड़ पौधे हैं जिनको विदेशों से भी एकत्रित किया गया है।जो मानव जीवन में बहुत उपयोगी है ।इस वृंदा हर्बल पार्क की प्राकृतिक हवा जो व्यक्ति लेता है वह इस पार्क का मुरीद हो जाता है।

सम्मान और भविष्य की योजनाएँ
पर्यावरण संरक्षण के लिए और उनके इस प्रयास पर कई बड़े अधिकारियों और नेताओं ने सराहना की है।साथ ही उन्हें कई मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है और 2024 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भी लखनऊ में सम्मानित किया गया।
भविष्य में, वह इस पार्क को और बेहतर बनाने की योजना बना रहे हैं, जिसमें नए उपकरण और पौधे लगाना शामिल है। साथ ही, पार्क के बगल में बने तालाब में स्टीमर जैसी सुविधाएँ शुरू करने की भी योजना बना रहे हैं।
सामाजिक कार्य और अन्य रुचियाँ
विजय प्रताप सिंह सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं। वह गरीब बुजुर्गों को अपनी तरफ से पेंशन देते हैं, कन्याओं की शादी में ₹25,000 का योगदान देते हैं और ज़रूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। उन्होंने घायल गायों और छोटे गौ वंश की भी मदद की है और कोरोना महामारी के दौरान भी बड़ी संख्या में लोगों को सहायता प्रदान की। सर्दियों में गरीबों असहाय लोगों की मदद करने में मन को बहुत तसल्ली मिलती है ।

उनकी रुचि धार्मिक आस्थाओं और पर्यावरण में है। इसके अलावा, उन्हें अभिनय का भी शौक रहा है और उन्होंने कई सीरियल में पुलिस और अन्य किरदार को निभाया है।

वर्तमान भूमिका
वर्तमान में, विजय प्रताप सिंह बहेड़ा पंचायत के ग्राम प्रधान हैं और साथ ही प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष भी हैं। प्रधान के रूप में उन्होंने अपनी ग्राम पंचायत में कई विकास कार्य करवाए हैं, जिससे उन्हें एक अलग पहचान मिली है। पंचायत क्षेत्र में सभी बुजुर्गों को अपनी ओर वृद्धा पेंशन देने का काम करते हैं जिससे उन्होंने अलग ही पहचान बनाई है।

