(प्रेम कुमार शाक्य)
जसवंतनगर/इटावा। चौ. सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी स्वायत्तशासी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना एनएसएस इकाई द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को फाइलेरिया जैसी संक्रामक बीमारी के प्रति जागरूक करना और इसके उन्मूलन हेतु दवा सेवन व बचाव उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित करना रहा।
विशेष व्याख्यान में पीसीआई से राघवेन्द्र सिंह डीएमसी, जिला इटावा एवं चिकित्सकों ने बताया कि फाइलेरिया एक मच्छर जनित रोग है, जो Wuchereria bancrofti जैसे परजीवियों से होता है और शरीर की लसिका प्रणाली को प्रभावित करता है। इसके कारण हाथ, पैर व अन्य अंगों में सूजन आ जाती है, जिसे आम भाषा में “हाथीपाँव” कहा जाता है। विशेषज्ञों ने स्वयंसेवकों को रोग के लक्षण, कारण, बचाव और उपचार के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
स्वास्थ्य शिविर एवं दवा वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ ने प्रतिभागियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। साथ ही डाईएथाइलकार्बामेजीन (DEC) और एलबेंडाजोल (Albendazole) की खुराक निःशुल्क उपलब्ध कराई गई। स्वयंसेवकों को घर-घर जाकर दवा सेवन की महत्ता एवं सही तरीके से सेवन करने के निर्देश दिए गए।
कार्यक्रम की सफलता पर चौ. सुघर सिंह ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के प्रबन्ध निदेशक अनुज मोंटी यादव, निदेशक डॉ. संदीप पाण्डेय, प्रबन्ध समिति सदस्य अशांक यादव (हनी) तथा प्राचार्य डॉ. जितेन्द्र यादव ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होने के साथ-साथ समाज में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण माध्यम भी हैं।
चौ. सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी में एनएसएस द्वारा शुरू हुआ फाइलेरिया उन्मूलन
