इटावा। नगर पालिका परिषद इटावा के वरिष्ठ लिपिक राजीव यादव की आत्महत्या के दस दिन बीत जाने के बाद भी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से जिले के कर्मचारी और शिक्षक संगठनों में भारी आक्रोश व्याप्त है। संगठनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
श्रद्धांजलि यात्रा निकालकर न्याय की गुहार
सोमवार शाम को जिलेभर से आए सैकड़ों शिक्षकों और कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से विरोध दर्ज कराया। इन सभी ने एसएसपी आवास से लेकर नगर पालिका चौराहे तक एक श्रद्धांजलि यात्रा निकाली। इस यात्रा में मृतक राजीव यादव के पुत्र सिद्धार्थ यादव समेत उनके परिजन भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने मोमबत्तियां जलाकर राजीव यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग दोहराई।
सुसाइड नोट में लगाए गए थे गंभीर आरोप
राजीव यादव ने 26 सितंबर को यमुना नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को घटनास्थल से दो पन्नों का सुसाइड नोट बरामद हुआ था। इस नोट में उन्होंने पांच लोगों पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिनमें पूर्व पालिका अध्यक्ष कुलदीप गुप्ता, वर्तमान अध्यक्ष ज्योति गुप्ता, ईओ संतोष कुमार मिश्रा, और सेवानिवृत्त कर्मचारी सुनील वर्मा व अतर सिंह शामिल थे। इन सभी पर मानसिक प्रताड़ना और साजिश रचने का आरोप था।
परिवार की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था, लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस पर दिखावे का आरोप, आंदोलन की चेतावनी
श्रद्धांजलि यात्रा का नेतृत्व कर रहे शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष ने पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “राजीव यादव हमारे प्रदेश महासचिव थे, और पुलिस केवल कार्रवाई का दिखावा कर रही है।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो कर्मचारी काली पट्टी पहनकर विरोध करेंगे और कार्य बहिष्कार भी किया जाएगा।
राजीव यादव के पुत्र सिद्धार्थ यादव ने भी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने शुरुआती दिनों में सक्रियता दिखाई थी, लेकिन अब सब कुछ ठंडा पड़ गया है।
मुख्य आरोपी पर इनाम घोषित, फिर भी गिरफ्त से दूर
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व पालिका अध्यक्ष कुलदीप गुप्ता पर ₹25 हजार का इनाम घोषित किया है और उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी कराया है। इसके बावजूद उनकी गिरफ्तारी न होने से परिजन और कर्मचारी संगठन बेहद नाराज हैं।
यात्रा में शामिल कर्मचारियों ने एक स्वर में घोषणा की कि जब तक सभी दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती और परिवार को आर्थिक व रोजगारिक सहायता नहीं मिल जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
