इटावा। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा के अनावरण में हो रही देरी को लेकर भाजपा के स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है। आज सुबह करीब 10 बजे भाजपा नेता धर्मेंद्र दुबे अकेले ही डीएम चौराह पर निर्माणाधीन अटल पथ पर अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा के पास अनशन पर बैठ गए।
उनका कहना है कि डेढ़ साल बाद बीत गया लेकिन अब भी अनावरण इस मूर्ति का अनावरण नहीं हो पा रहा है। धर्मेंद्र दुबे ने आरोप लगाया कि सरकार में यहां के प्रशाशन ने जनप्रतिनिधियों ने ब्राह्मणों की राजनीति खत्म कर दी है।अब महा पुरुषों का अपमान किया जा रहा है।यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए पूरा प्रशासन लगा हुआ है। आज ब्लॉक स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है,जिसकी कितनी भी शिकायत कीजिए जिसको वहीं खत्म कर देते कोई कार्यवाही नहीं करते है। आरोप लगाया और कहा विकास भवन में ज्यादातर अधिकारी कर्मचारी सपा के लोगों के रिश्तेदार हैं जो सरकार को बदनाम करने में लगे हुए है।
विरोध के कारण में भाजपा नेता धर्मेंद्र दुबे इस बात से नाराज हैं कि डीएम चौराहे पर बन रहे ‘अटल चौक’ का निर्माण कार्य लगभग डेढ़ वर्ष से चल रहा है और प्रतिमा स्थापित हो चुकी है, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक उसके अनावरण की तिथि घोषित नहीं की गई है।
उनकी मुख्य मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द प्रतिमा के अनावरण की तारीख निश्चित करे और मूर्ति का अनावरण करे तथा जो भी त्रुटियां है उसको खत्म करे।
सूचना मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे। उन्होंने अनशनकारी नेता को आश्वासन दिया कि मामले की जल्द ही जांच कराई जाएगी और प्रतिमा के अनावरण की तिथि निश्चित की जाएगी।लेकिन उनके आश्वाशन को भी नहीं माना । इस अनशन में वरिष्ठ भाजपा नेता शरद बाजपेई सहित अन्य स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता भी धर्मेंद्र दुबे के समर्थन में मौके पर पहुंचे हैं।
यह मामला अब स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गया है, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेता ही अपनी मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं।गौरतलब है कि कुछ समय पहले, वरिष्ठ भाजपा नेता शरद बाजपेई ने अटल जी की स्थापित प्रतिमा की मुद्रा पर भी आपत्ति जताई थी, जिसमें प्रतिमा दोनों हाथ जोड़े प्रणाम की मुद्रा में थी। उन्होंने इसे अटल जी के सम्मान के विपरीत बताते हुए प्रतिमा बदलने और मंच को ऊंचा करने की मांग की थी। अनावरण में देरी के पीछे यह विरोध भी एक संभावित कारण हो सकता है।
काफी समय बीत जाने के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष अरुण गुप्ता उर्फ अन्नू गुप्ता मौके पर पहुंचे और अनशन कर्ता धर्मेंद्र दुबे को समझाया और आश्वाशन पर अनशन खत्म करवाया।
