सैफई,इटावा। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस), सैफई के अस्थि रोग विभाग के अपर प्रोफेसर डॉ.अंकित मित्तल को भारतीय आर्थ्रोप्लास्टी एसोसिएशन द्वारा आयोजित आईएएसीओएन 2025 के 21वें वार्षिक सम्मेलन में आमंत्रित किया गया। “चुनौतियों का सामना करना और जटिलताओं पर विजय पाना” विषय पर आधारित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश एवं विदेश के प्रमुख आर्थ्रोप्लास्टी विशेषज्ञों ने भाग लिया।
डॉ.मित्तल ने सम्मेलन में संकाय सदस्य के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई तथा “कूल्हे के जोड़ के लिए प्रत्यक्ष आंतरिक दृष्टिकोण” विषय पर आयोजित कार्यशाला में प्रतिभाग किया। उन्होंने अकादमिक चर्चाओं,वैज्ञानिक सत्रों और तकनीकी विमर्श में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सम्मेलन में डॉ.मित्तल ने दो प्रतिष्ठित वैज्ञानिक श्रेणियों में अपने शोध प्रस्तुत किए आईएए गोल्ड मेडल पेपर यंग सर्जन्स फोरम पेपर
उनका शोध “अनसीमेंटेड बनाम सीमेंटेड टोटल हिप आर्थ्रोप्लास्टी के कार्यात्मक परिणामों का मध्यावधि तुलनात्मक विश्लेषण: एक 6-वर्षीय अनुवर्ती अध्ययन” विशेष रूप से चर्चित रहा। इस अध्ययन ने टोटल हिप रिप्लेसमेंट की विभिन्न तकनीकों के दीर्घकालिक परिणामों पर महत्वपूर्ण नैदानिक अंतर्दृष्टि प्रदान की और जटिल हिप आर्थ्रोप्लास्टी मामलों में शल्य-निर्णय प्रक्रिया को बेहतर दिशा देने वाले बहुमूल्य साक्ष्य प्रस्तुत किए।
डॉ.मित्तल ने कहा कि माननीय कुलपति प्रो.डॉ. अजय सिंह के मार्गदर्शन और सतत सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कुलपति महोदय के नेतृत्व ने संस्थान में उच्च-गुणवत्ता वाले नैदानिक अनुसंधान और शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
