इटावा। एमनीव विज़न स्कूल, इटावा ने आज एक नया इतिहास रचते हुए सीबीएसई राष्ट्रीय ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2025 की मेज़बानी करते हुए बेहद शानदार उद्घाटन समारोह आयोजित किया।आगामी दिनों में यह आयोजन दर्शकों और खिलाड़ियों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना रहेगा।

सम्पूर्ण विद्यालय परिसर में आज हर्षउल्लास और जोश का ऐसा वातावरण था, मानो पूरा जनपद इटावा ही खेल भावना से ओतप्रोत हो गया हो।
चैंपियनशिप के उद्घाटन के मुख्य अतिथि रहे शिव कुमार (कोच, पंजाब पुलिस एवं कॉमनवेल्थ पदक विजेता) ने दीप प्रज्वलन कर समारोह का भव्य शुभारंभ किया, स्वागत गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने आयोजन को और भी अधिक भव्यता प्रदान की।
सीबीएसई राष्ट्रीय खेल समिति के सदस्य निखिल हंस ने अपने संबोधन में कहा, “ताइक्वांडो केवल एक मार्शल आर्ट नहीं है, बल्कि यह आत्म-नियंत्रण, साहस और सम्मान की शिक्षा भी देता है। यह खेल न केवल शरीर को मज़बूत बनाता है, बल्कि चरित्र को भी संवारता है।”

एशियाई पदक विजेता राम गोपाल बाजपेई ने कहा, “ताइक्वांडो में अनुशासन और धैर्य की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह खेल शारीरिक ताकत के साथ-साथ मानसिक शक्ति और सहनशीलता भी विकसित करता है, जो जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी होती है।”

इस ऐतिहासिक अवसर पर डॉ. जोसेफ लिम – मुख्य सलाहकार, कोरियाई सांस्कृतिक केंद्र, भारत कोरिया गणराज्य के दूतावास से ग्रैंड मास्टर जिंयोंगही ली (नौवां डैन, कुक्कीवोन भारत – उत्तर शाखा, दिल्ली); रणनीतिक प्रतिनिधि अंकुर चौधरी, सीबीएसई रेफ़रल चेयरपर्सन श्री शेखर झा, एसएमजीआई ग्रुप के चेयरमैन डॉ. विवेक यादव, जेके अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. मनोज यादव, सुदीती ग्लोबल के प्रबंध निदेशक मयंक यादव, सहायक जिला खेल अधिकारी देवेंद्र पाल सिंह,राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय के प्रधानाचार्य एन. सी. बाजपेई, पानकुवंर इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल एवं सीबीएसई जिला प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. कैलाश चंद्र यादव सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
विद्यालय के चेयरमैन अतिवीर सिंह यादव ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा, “शिक्षा और खेल, दोनों मिलकर ही सशक्त भारत का निर्माण करते हैं।”

कार्यक्रम का सबसे गौरवशाली क्षण तब आया, जब विद्यालय के उपाध्यक्ष डॉ. विकास यादव को डॉ. जोसेफ लिम और ग्रैंड मास्टर जिंयोंगही ली द्वारा “प्रथम डैन ब्लैक बेल्ट” से सम्मानित किया गया साथ ही उन्हें इटावा ताइक्वांडो संघ का ब्रांड एंबेसडर भी घोषित किया गया। यह उपलब्धि न केवल विद्यालय, बल्कि पूरे जनपद के लिए गर्व का विषय है। 9 देशों से आए 1200 प्रतिभागियों के साथ, इटावा में आयोजित यह चैंपियनशिप गौरव का विषय बनी हुई है। देश-विदेश की सीबीएसई स्कूलों की श्रेष्ठ टीमों की भागीदारी ने आयोजन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाई है। खिलाड़ियों का उत्साह और समर्पण नए विजेताओं के उदय का संकेत दे रहा है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य पंकज शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा, “ताइक्वांडो केवल एक खेल नहीं है, बल्कि यह आत्म-अनुशासन, साहस और आत्मबल का प्रतीक है, जो जीवन को एक दिशा देता है। एक खिलाड़ी की असली जीत पदक या ट्रॉफी में नहीं, बल्कि उसके प्रयास, संघर्ष और ईमानदारी में होती है। खेल का मैदान जीवन की कठिनाइयों से जूझने का अभ्यास कराता है। अतः सभी खिलाड़ियों को परिणाम की चिंता किए बिना, पूरे आत्मविश्वास और ऊर्जा के साथ खेलना चाहिए। सच्ची सफलता वही है, जब हम खुद को बेहतर बनाकर दूसरों को भी प्रेरित करें।”
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंध निदेशक सलिल यादव, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोज श्रीवास्तव, मुख्य वित्तीय अधिकारी मोहम्मद आरिफ़, कार्यक्रम प्रमुख विनयशील पठानिया, तथा सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।
