भरथना,इटावा। भरथना कस्बा के इटावा रोड स्थित ग्राम नगला खरगजीत के समीप स्थापित हजरत बाबा अल्तमश शाह सेहराई ककराई वाले सैयद बाबा के दो दिवसीय उर्स शरीफ में हिन्दू-मुस्लिम एकता और भाई-चारा का अदभुद प्रेम देखने को मिला।
ककराई वाले सैयद बाबा के उर्स शरीफ के अंतिम दिन शनिवार को भव्य मेला देखने को मिला और बाबा की जियारत करने के लिए जहां मुस्लिम महिला-पुरुष, युवा-युवतियां,बच्चे-बुजुर्ग बड़ी संख्या में पहुंचे वहीं आस-पास कई दर्जनो हिंदू गांवों के सैकड़ो हिंदू महिला -पुरुष,युवा-युवतियां, बच्चे-बुजुर्गो ने बाबा की दरगाह पर चादरपोसी कर माथा टेका और प्रसाद चढ़ा कर आशीर्वाद लिया।
वहीं बच्चों ने भी मेला में जमकर चाट पकौड़ी कोल्ड्रिंग शरवत का लुफ्त उठाया,साथ ही दरगाह शरीफ पर देखा गया कि एक ही मजार पर हिंदू मुस्लिम दोनो धर्मो के लोग बाबा की इबादत कर रहे थे और एक दूसरे को गले लगाकर बधाइयां दे रहे थे।
यहां आपको यह भी बताना जरूरी है कि ककराई वाले सैयद बाबा की यह मजार आस-पास हिंदू भाइयों के गांवों के बीच घिरी है, जिसके कारण मुस्लिम भाइयों से अधिक यहां के हिंदू ग्रामीण बाबा के जबरदस्त भक्त और आस्थावान हैं जोकि बाबा की खिदमद में सबसे अधिक हिन्दू भाई ही हमेशा लगे रहते हैं यही कारण है कि बाबा के सालाना उर्स शरीफ पर लगने वाले मेला की व्यवस्था ज्यादा तर हिंदू भाई ही देखते हैं। जिसके कारण बाबा की दरगाह हिन्दू-मुस्लिम एकता और भाई-चारा का प्रतीक बनी हुई है।