दो छात्रों से शुरू कर, सर्वेश मिश्रा ने बनाया है रमन मेथ क्लासिस शिक्षण संस्थान का विशाल साम्राज्य
इटावा । शिक्षा एक ऐसा प्रकाश है जो अंधकार को दूर करता है, और सर्वेश मिश्रा ने पिछले 17 वर्षों से इस प्रकाश को फैलाने का काम किया है। वर्ष 2008 में जब उन्होंने केवल दो छात्रों को पढ़ाना शुरू किया, तब वह सिर्फ एक ट्यूटर थे। आज, वह एक ऐसे शिक्षण संस्थान के संस्थापक हैं जिसने सैकड़ों छात्रों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए हैं।
सर्वेश मिश्रा की सफलता की कहानी उनके समर्पण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने न केवल अकादमिक उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि छात्रों में नैतिक मूल्यों और आत्मविश्वास को विकसित करने पर भी जोर दिया। उनकी शिक्षण पद्धति और छात्रों के साथ उनका व्यक्तिगत जुड़ाव ही उनकी बढ़ती लोकप्रियता का कारण बना।
इन 17 वर्षों में, सर्वेश मिश्रा ने अनगिनत चुनौतियों का सामना किया, लेकिन कभी अपने लक्ष्य से डिगे नहीं। उनके संस्थान ने कई छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाई है और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर किया है। यह कहानी सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक ऐसे आंदोलन की है जिसने शिक्षा को एक नया आयाम दिया है। सर्वेश मिश्रा का कार्य यह साबित करता है कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से शिक्षा के क्षेत्र में एक वास्तविक क्रांति लाई जा सकती है।
रमन मेथ क्लासिस संस्थान और उसके संस्थापक सर्वेश मिश्रा ने शिक्षा के क्षेत्र में एक असाधारण कीर्तिमान स्थापित किया है। पिछले 17 वर्षों से लगातार हर वर्ष इस संस्थान के छात्र-छात्राएं नए मुकाम हासिल कर रहे हैं।
सर्वेश मिश्रा के कुशल नेतृत्व में, छात्र-छात्राएं कड़ी मेहनत करते हैं, जिसका परिणाम शतप्रतिशत हर वर्ष देखने को मिलता है। संस्थान के विद्यार्थी प्रति वर्ष मैथ विषय में 80% से 100% तक अंक प्राप्त कर रहे हैं, जो उनकी उत्कृष्टता और संस्थान के प्रभावी शिक्षण पद्धति का प्रमाण है। यह लगातार सफलता रमन मेथ क्लासिस को शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्थान बनाती है।
यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि इस वर्ष भी सर्वेश मिश्रा के मार्गदर्शन में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और विभिन्न परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
कक्षा 12वीं में शानदार प्रदर्शन:
– प्रतीक राव ने कक्षा 12वीं (विज्ञान वर्ग) में जिला टॉपर बनकर संस्थान और अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है।
– संस्कृति तिवारी ने SVPS से 98/100 अंक प्राप्त किए हैं।
– सृजन केशवानी ने SMIC से 98/100 अंक हासिल कर अपनी मेधा का परिचय दिया है।
JEE Mains और JEE Advanced में धूम:
इसी बैच के छात्रों ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में भी अपनी छाप छोड़ी है:
– कार्तिकेय चौधरी ने कक्षा 12वीं के साथ ही JEE Main परीक्षा में 99.72 परसेंटाइल प्राप्त कर अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम दिखाया।
– नंदिनी अग्रवाल ने 98.75 परसेंटाइल के साथ JEE Advanced क्लियर कर न केवल परीक्षा उत्तीर्ण की, बल्कि IIT BHU और IIT पटना जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपना प्रवेश सुनिश्चित कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह उनकी अकादमिक उत्कृष्टता और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।
कक्षा 10वीं में भी बेहतरीन नतीजे रहे।