इटावा। वर्तमान समय में युवाओं में खेलकूद की गतिविधियों में बढ़ोतरी के कारण घुटनों की चोटें,विशेष रूप से लिगामेंट इंजरी,सामान्य होती जा रही हैं। इन समस्याओं के प्रभावी और आधुनिक उपचार हेतु “दूरबीन सर्जरी” (अर्थ्रोस्कोपी) एक क्रांतिकारी तकनीक के रूप में उभरी है। इस विषय पर चिकित्सकों को उन्नत प्रशिक्षण देने एवं नवीनतम तकनीकों से परिचित कराने हेतु उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय कुलपति डॉ. पी.के.जैन,विशिष्ट अतिथि डॉ. अजय सिंह (डायरेक्टर, एम्स भोपाल), डॉ.अनुप अग्रवाल (अध्यक्ष,इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन), डॉ.पियूष कुमार मिश्रा (यू.पी.ओ.ए.अध्यक्ष),डॉ. संतोष सिंह (यू.पी.ओ.ए. अध्यक्ष-निर्वाचित),डॉ. अमित जैसवाल (यू.पी.ओ.ए.सचिव),डॉ. आर.एस.यादव ( एसओए,अध्यक्ष) तथा आयोजन अध्यक्ष व हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉ.सुनील कुमार ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर संयुक्त रूप से किया।यह आयोजन सैफई ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (एसओए) एवं संस्थान के हड्डी रोग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में देशभर से आए 50 से अधिक घुटना एवं अर्थ्रोस्कोपी विशेषज्ञों ने स्पोर्ट्स इंजरी,लिगामेंट इंजरी,उनकी रोकथाम और आधुनिक दूरबीन तकनीकों से उपचार पर अपने विचार साझा किए। लगभग 150 हड्डी रोग चिकित्सकों ने विभिन्न सत्रों में भाग लेकर लाइव सर्जरी डेमो,केस डिस्कशन और पैनल डिबेट्स के माध्यम से ज्ञानवर्धन किया।
कुलपति डॉ.पी.के.जैन ने कहा कि यूपीयूएमएस में स्पोर्ट्स इंजरी के आधुनिक इलाज हेतु पहले से ही दूरबीन सर्जरी की उन्नत सुविधाएं उपलब्ध हैं। विश्वविद्यालय,मेडिकल साइंस की नवीनतम विधाओं और तकनीकों को आत्मसात कर,मरीजों को आधुनिक और उत्कृष्ट उपचार देने हेतु प्रतिबद्ध है। यह सम्मेलन क्षेत्रीय जनता को अत्याधुनिक तकनीक का लाभ सुनिश्चित करेगा।
गेस्ट ऑफ हॉनर डॉ.अजय सिंह (डायरेक्टर,एम्स भोपाल) ने कहा कि घुटने की लिगामेंट इंजरी के इलाज में दूरबीन सर्जरी एक वरदान सिद्ध हो रही है। इससे बिना चीरे के मरीज तेजी से स्वस्थ होकर खेल गतिविधियों में लौट सकता है। अब मरीजों को इलाज हेतु मुंबई,दिल्ली या लखनऊ जैसे महानगरों की ओर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
डॉ.अनुप अग्रवाल ने कहा कि यह सम्मेलन और आगामी कार्यशालाएं उत्तर प्रदेश के इस क्षेत्र में ऑर्थोपेडिक शिक्षा एवं तकनीक को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाने का कार्य करेंगी।
यू.पी.ओ.ए.अध्यक्ष डॉ. पियूष मिश्रा ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हर वर्ष की तरह यह स्पेशल कोर्स इस बार भी सैफई में सफलतापूर्वक आयोजित हुआ,जिसकी थीम घुटनों की दूरबीन सर्जरी रही। अध्यक्ष-निर्वाचित डॉ. संतोष सिंह ने आयोजन की उत्कृष्टता के लिए आयोजकों को बधाई दी। सचिव डॉ.अमित जैसवाल ने कहा कि यह वर्ष का पहला और सबसे महत्वपूर्ण अकादमिक आयोजन है, जो नई तकनीकों को प्रोत्साहन देता है।
अध्यक्ष(एसओए) डॉ. आर.एस.यादव ने कहा कि यह लगातार तीसरा अवसर है जब एसओए और हड्डी रोग विभाग ने यू.पी.ओ.ए के कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया है।
*देशभर से आए विशेषज्ञों का पैनल*
दिल्ली से डॉ.विनीत जैन, एमएएमसी के डॉ.धनंजय साबत,केजीएमयू लखनऊ के डॉ.आशीष कुमार,डॉ. मोअज्जम जह,डॉ.इमरान अख्तर,जयपुर से डॉ. राजीव गुप्ता,ग्वालियर से डॉ.सचिन जैन,वाराणसी से डॉ.विनय पांडेय,डॉ. आशुतोष अग्रवाल,डॉ. शिवम् सिन्हा,प्रयागराज से डॉ.मनीषी बंसल, गाजियाबाद से डॉ.हिमांशु गुप्ता व डॉ.अमित द्विवेदी, नोएडा से डॉ.विकास सक्सेना व डॉ.एपी सिंह, आगरा से डॉ.संजय धवन, डॉ.अरुण गुप्ता,डॉ.संजय चतुर्वेदी,डॉ.गौरव राजपाल, डॉ.रजत कपूर,अलीगढ़ से डॉ.नैयर आसिफ व डॉ. ए.क्यू.खान,कानपुर से डॉ. चंदन कुमार व डॉ.निर्भय सक्सेना,एम्स गोरखपुर से डॉ.अजय भारती,मेरठ से डॉ.अरुणिम स्वरूप व डॉ. परवेज़ अहमद आदि। सभी विशेषज्ञों ने घुटनों की लिगामेंट इंजरी के निदान और नवीनतम दूरबीन तकनीकों पर आधारित अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ.रमाकांत, संकायाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. आदेश कुमार,चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉ.एसपी सिंह एवं हड्डी रोग विभाग के सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे।