इटावा। जब जिलाधिकारी अपने लाव-लश्कर के साथ अपने आवास से कार्यालय तक पैदल पहुँचे, तो देखने वाले देखते ही रह गए। जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई यह एक अच्छी पहल है, जिससे पर्यावरण, स्वास्थ्य, और ईंधन की बचत जैसे क्षेत्रों में सुधार आने की उम्मीद है।
यह कार्यक्रम इटावा में पान कुंवर इंटरनेशनल स्कूल के तत्वावधान में पर्यावरण छात्र संसद द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इस पहल के चलते, सभी अधिकारी, कर्मचारी, और आम जनमानस से सप्ताह में एक दिन वाहनों का प्रयोग न करने का आह्वान किया जाता है।
आज जिलाधिकारी आवास व अटल चौक से समस्त अधिकारी पर्यावरण संरक्षण हेतु अपने-अपने कार्यालय तक पैदल पहुँचे।

जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ला ने बताया कि पर्यावरण छात्र संसद द्वारा प्रतिवर्ष यह अभियान चलाया जाता है, जिसका उद्देश्य निजी जीवन में वाहनों की निर्भरता को कुछ कम करना है।
उन्होंने इस कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य और लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज और लोगों में जागरूकता आए जिससे निजी जीवन में कई फायदे होंगे।
जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य सही रहेगा,ईंधन की बचत होगी,प्रदूषण कम होगा,सड़कों पर ट्रैफिक में कमी आएगी,पर्यावरण में शुद्धता आएगी।
डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समस्त देशवासियों से 10% तेल अपने आहार में कम करने के आह्वान का भी उल्लेख किया और बताया कि यह कदम इस दिशा में सर्वाधिक लाभ देगा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने निजी जीवन में भगवान द्वारा दिए गए हाथ-पैर का इस्तेमाल करना चाहिए।

इस कार्यक्रम के संयोजक, पान कुंवर इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य डॉक्टर कैलाश चंद यादव ने बताया कि छात्र पर्यावरण संसद में यह प्रस्ताव पारित हुआ है कि सभी लोगों को पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रत्येक सप्ताह एक दिन वाहनों के प्रयोग का त्याग करना चाहिए और पैदल चलना चाहिए।
डॉ. यादव ने उन लोगों का विरोध किया जो एक साथ कई वाहनों का प्रयोग करते हैं। उन्होंने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करें और कम से कम एक दिन वाहनों का प्रयोग न करें। अधिकारियों ने पैदल चलकर इसी पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है।
